मध्य प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए शुरू की गई लाड़ली बहना योजना आज राज्य की लाखों बहनों के जीवन में बदलाव ला रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य केवल आर्थिक सहयोग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के आत्मविश्वास और सामाजिक दर्जे को भी मजबूत करती है।
अब सरकार ने इस योजना की 29वीं किस्त जारी कर दी है। इससे लाभान्वित होने वाली लाखों बहनों के खातों में सीधी राशि जमा की जा रही है। यह कदम सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह महिलाओं को हर स्तर पर सशक्त बनाने के लिए गंभीर है।
Ladli Behna Yojana
लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण सामाजिक योजना है, जिसे महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के उद्देश्य से लागू किया गया है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को प्रतिमाह एक निश्चित आर्थिक सहायता दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्ग की महिलाओं को आर्थिक सहारा देना है, ताकि वे अपने दैनिक जीवन की आवश्यक जरूरतें पूरी कर सकें।
यह योजना प्रदेश की हर उस महिला के लिए है जो राज्य की निर्धारित पात्रता शर्तों को पूरी करती है। खासकर ग्रामीण और पिछड़े वर्ग की महिलाओं को इससे बड़ा लाभ मिला है, क्योंकि पहले ऐसी बहुत सी महिलाएँ आर्थिक रूप से निर्भर थीं।
29वीं किस्त की जानकारी
सरकार ने अक्टूबर 2025 में लाड़ली बहना योजना की 29वीं किस्त का वितरण शुरू कर दिया है। इस बार भी लाभार्थी बहनों के बैंक खातों में सीधा भुगतान किया जा रहा है। प्रत्येक पात्र महिला को सरकार द्वारा निर्धारित मासिक राशि हस्तांतरित की जा रही है।
राज्यभर में लाखों महिलाएँ इस योजना से जुड़ी हुई हैं। इस किस्त से भी उम्मीद है कि महिलाएँ अपनी घरेलू जरूरतों, बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य आवश्यक खर्चों को पूरा करने में सक्षम होंगी। सरकार ने स्पष्ट किया है कि हर लाभार्थी के खाते में राशि समय पर पहुँचे, इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर पूरी निगरानी रखी जा रही है।
योजना के लाभ और उद्देश्य
लाड़ली बहना योजना के माध्यम से राज्य सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना चाहती है, ताकि वे परिवार और समाज में समान अधिकारों के साथ निर्णय लेने में सक्षम बनें। जिस महिला के नाम पर यह योजना लागू है, वह स्वयं अपने खाते में राशि प्राप्त करती है, जिससे उसकी आर्थिक स्वतंत्रता सुनिश्चित होती है।
इसके अतिरिक्त, इस धनराशि का उपयोग महिलाएँ अपने स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा में बेहतर सुधार के लिए करती हैं। इससे न केवल उनका जीवनस्तर सुधरता है, बल्कि परिवार और समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन आता है।
पात्रता और आवेदन प्रक्रिया
इस योजना में वही महिलाएँ शामिल की जाती हैं जिनकी आय सरकार द्वारा तय सीमा के भीतर हो। महिलाओं की आयु और निवास संबंधी कुछ शर्तें भी होती हैं, जैसे लाभार्थी को स्थायी रूप से मध्य प्रदेश का निवासी होना आवश्यक है। इसके अलावा, सरकारी या आयकर दाता परिवार की महिलाएँ सामान्यतः इस योजना के दायरे से बाहर रहती हैं।
लाड़ली बहना योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया बहुत सरल है। इच्छुक महिलाओं को पंचायत या नगर निकाय कार्यालय से आवेदन फार्म लेना होता है। उसमें अपनी व्यक्तिगत जानकारी और बैंक विवरण सही रूप से भरना आवश्यक है। इसके बाद संबंधित विभाग द्वारा सत्यापन के बाद पात्र महिलाओं को योजना में शामिल किया जाता है।
महिलाओं के विकास की ओर कदम
लाड़ली बहना योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा अभियान है। इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है और वे अब अपने परिवार के निर्णयों में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं। सरकार का यह प्रयास ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति को सुधारने का माध्यम बन चुका है।
राज्य सरकार ने आगे भी इस योजना को और अधिक सशक्त बनाने का संकल्प लिया है। आने वाले समय में इसमें नई सुविधाएँ जोड़ने और लाभ राशि बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है।
निष्कर्ष
लाड़ली बहना योजना की 29वीं किस्त का जारी होना इस बात का प्रमाण है कि सरकार महिलाओं के कल्याण के प्रति लगातार समर्पित है। इस योजना ने नीति के स्तर पर नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर भी बदलाव लाने में योगदान दिया है। यह योजना आने वाले वर्षों में भी लाखों बहनों के जीवन को और उज्जवल बनाएगी।