उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दिवाली पर सफाईकर्मियों के लिए एक बड़ी सौगात की घोषणा की है। यह घोषणा राज्य के हजारों सफाईकर्मियों के जीवन में खुशियां लेकर आएगी। लंबे समय से मेहनत कर रहे इन कर्मचारियों को सरकार की ओर से उनकी सेवाओं के प्रति सम्मानित करने का यह एक प्रयास माना जा रहा है।
सरकार ने तय किया है कि प्रदेश के सफाईकर्मियों के खातों में 16 हजार से लेकर 20 हजार रुपये तक की सैलरी सीधे ट्रांसफर की जाएगी। यह राशि उनके कार्य के प्रकार, अनुभव और नगरपालिका क्षेत्र के अनुसार तय की गई है। इस फैसले से सफाईकर्मियों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है, खासकर त्योहार के इस अवसर पर जब हर घर खुशियों से भर जाता है।
यह निर्णय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा राज्य में नगरीय स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कर्मियों को सम्मानित करने के रूप में लिया गया है। राज्य सरकार का कहना है कि सफाईकर्मी न केवल शहरों को स्वच्छ रखते हैं, बल्कि समाज के स्वास्थ्य और स्वच्छता व्यवस्था को भी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Diwali Bonus
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा कि सफाईकर्मी समाज के सच्चे योद्धा हैं। वे हर परिस्थिति में, चाहे बारिश हो या महामारी का दौर, हर दिन शहर को साफ रखने के लिए जुटे रहते हैं। इसी सेवा भावना को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया कि उन्हें दिवाली बोनस के रूप में अतिरिक्त वेतन राशि दी जाएगी।
राज्य सरकार ने यह भी बताया कि जिन नगर निकायों में सफाईकर्मियों की नियुक्ति ठेका प्रणाली के तहत की गई है, वहाँ उनके वेतन का भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में किया जाएगा। इससे मजदूरी या भुगतान में होने वाली देरी और शोषण पर रोक लगाई जा सकेगी।
यह योजना नगरीय विकास विभाग और नगर निकाय प्रशासन के संयुक्त प्रयास से लागू की जा रही है। इसके तहत कुल लाखों सफाईकर्मी लाभान्वित होंगे। यह 16 से 20 हजार रुपये की सैलरी राशि उन कर्मियों को दी जाएगी, जो शहरों की सफाई, कूड़ा प्रबंधन, जल निकासी और सार्वजनिक स्थानों की सफाई में कार्यरत हैं।
सफाईकर्मियों को सम्मान और सुरक्षा
प्रदेश सरकार लगातार सफाईकर्मियों के जीवनस्तर को सुधारने के लिए कदम उठा रही है। सरकार ने कई बार यह स्पष्ट किया है कि अब किसी भी सफाईकर्मी को बिना सुरक्षा उपकरणों के सीवर या नाले में नहीं उतारा जाएगा। सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षण और उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
इस योजना के तहत यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर सफाईकर्मी को समय पर वेतन मिले और उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं, बीमा और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ दिया जाए। यह पहल ‘स्वच्छ उत्तर प्रदेश’ के लक्ष्य को और मज़बूत करेगी।
दिवाली पर खुशियों की सौगात
दिवाली का त्योहार हर व्यक्ति के जीवन में खुशियां लाता है। सफाईकर्मी, जो समाज को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने में दिन-रात मेहनत करते हैं, उनके लिए यह तोहफ़ा खास महत्व रखता है। सरकार चाहती है कि यह वर्ग भी अपने परिवार के साथ खुशियां बांट सके और त्योहार का आनंद ले सके।
इस विशेष सैलरी भुगतान से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी होगी। राज्य सरकार का यह कदम सामाजिक समरसता और गरीब वर्गों के सम्मान को भी दर्शाता है।
योजना का उद्देश्य और महत्व
यह योजना केवल एक आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि एक संदेश भी है कि समाज के हर स्तर पर काम करने वालों का सम्मान होना चाहिए। सीएम योगी के इस कदम से अन्य राज्यों में भी ऐसी योजनाओं की उम्मीद बढ़ी है। सफाईकर्मियों की मेहनत और समर्पण को पहचानना ही इस घोषणा का मुख्य उद्देश्य है।
इस योजना से राज्य के सफाईकर्मी वर्ग को नया आत्मविश्वास मिलेगा और वे यह महसूस करेंगे कि सरकार उनके साथ है। इससे सरकारी और ठेका दोनों तरह के सफाईकर्मी लाभान्वित होंगे, जिन्हें लंबे समय से वेतन और प्रोत्साहन राशि की प्रतीक्षा थी।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह घोषणा सफाईकर्मियों के लिए एक बड़ी राहत और प्रेरणा का स्रोत है। दिवाली जैसे पावन अवसर पर यह आर्थिक सहायता उनके जीवन में नई रोशनी लेकर आएगी। यह फैसला न सिर्फ सरकार की सामाजिक जिम्मेदारी को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि मेहनत करने वालों का सम्मान सबसे बड़ा पुरस्कार है।